पूर्व मंत्री रामभुआल की गिरफ्तारी पर उच्च न्यायालय की रोक, इस कांड में थी पुलिस को तलाश
फर्जी असलहा कांड में आरोपित बनाए गए पूर्व मंत्री रामभुआल निषाद की गिरफ्तार पर उच्च न्यायालय ने रोक लगा दी है। यह दावा खुद पूर्व मंत्री रामभुआल निषाद कर रहे हैं। उनका कहना है कि उनकी हत्या की साजिश रचने वाले लोगों की सह पर प्रशासन उन्हें परेशान कर रहा है।
पूर्व मंत्री और सपा नेता रामभुआल निषाद के खिलाफ जिला प्रशासन ने बड़हलगंज कोतवाली में फर्जी असलहा मामले में एफआईआर दर्ज कराया है। पूर्व मंत्री के इस मामले की जांच चल रही है। प्रशासन का मानना है कि रामभुआल निषाद ने फर्जी तरीके से गन लाइसेंस बनवाया है और उसी आधार पर राइफल खरीदी है। राइफल लेकर वह घूमते भी रहे हैं।
प्रशासन द्वारा ही इस मामले में पूर्व मंत्री रामभुआल के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी गई थी। कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। गिरफ्तारी पर रोक लगाने के लिए रामभुआल ने उच्च न्यायालय की शरण ली थी। रामभुआल ने मंगलवार को हिन्दुस्तान से बातचीत में कहा है कि उच्च न्यायालय से उन्हें राहत मिल गई है। वह अपने खिलाफ रची जा रही साजिश को आम जनता तक पहुंचाने के लिए शीघ्र ही प्रेस कांफ्रेंस करेंगे।